सहारा और सीआरसीएस दोनों मिल के निवेशको को भुगतान से वंचित रखना चाहती है Sahara india ka paisa kab milega
Sahara india refund portal : सहारा रिफंड पोर्टल की भुगतान की प्रक्रिया एक रहस्यम प्रक्रिया बन गई है और इसी रहस्य से आज हम पर्दा उठाने वाले हैं कि कैसे सहारा और सीआरसीएस दोनों मिल के निवेशको को भुगतान से वंचित रखना चाहती है इसका प्रमाण मेरे पास मौजूद है जो हम इस आर्टिक्ल में आप सभी दिखाएंगे
दोस्तों आप सभी को पता है देश के करोड़ों जमाकर्ताओं ने सहारा रिफंड पोर्टल पर भुगतान हेतु आवेदन किया था जिनके आवेदन में विभिन्न प्रकार के डिफिशिएंसी आई थी सीआर सस के द्वारा और अभी तक उनका भुगतान नहीं मिल पाया है इन सारी प्रक्रियाओं से आप भली भाति परिचित है लेकिन अब कुछ नया ही आप सभी को देखने को मिल रहा है जो आज से पहले नहीं हुआ था और जिसे हम सभी को उम्मीद भी नहीं था कि भला ऐसा भी हो सकता है क्या है चलिए मैं आप दोस्तों कल मैंने एक वीडियो अपलोड किया था जो youtube गाइडलाइंस को फॉलो ना करने का वजह बताया गया जिस वीडियो में मैंने रिअप्लाई कैसे करेंगे पूरी प्रक्रिया को दिखाया था अपने ही एक जमा करता बंधु का छह बंड था एक ही नाम से तथा एक दूसरे नाम से तीन बॉन्ड था तो छह बंड का शेयर फॉर्म एप्लीकेशन फॉर्म जो भी आपका है मेंबरशिप फॉर्म एजेंट के द्वारा भरा भी जा चुका था
Sahara india ka paisa kab se milega
दो मंथ पहले ही दो दो मंथ पहले ही भरा जा चुका था तो उसी को हम एक बार फिर से रिसबमिशन पोर्टल पर रिअप्लाई करने के लिए गए कि अब उनके आवेदन की जो डिफिशिएंसी है हट गई होगी सहारा द्वारा पूरा डाटा सीआरसीएस को उपलब्ध करा दिया गया था क्योंकि हमने शेयर फॉर्म एप्लीकेशन फॉर्म मेंबरशिप फॉर्म जो भी आपका है सब उन्होंने भर दिया था आज से दो महीना पहले लेकिन जैसे मैंने स्टे बाय स्टेप रिसबमिशन पोर्टल प पूरी प्रक्रिया को फॉलो करके तीसरे स्टेप तक गया मैंने सोचा चलो समय निकाल कर के हम कुछ ऐसा काम कर देते हैं और इस वीडियो को यूट्यूब जब हम तीसरे स्टप स्टेप को ओपन किए उस वक्त वहां दिखाया जा रहा है यह दावा निम्नलिखित कारणों से अधत नहीं किया जा सकता है सोसाइटी ने सदस्यता आवेदन फॉर्म सदस्यता खाता खोलने के फॉर्म की स्कैन पति अपलोड नहीं की है कृपया संबंधित सोसाइटी से संपर्क करें यह दिखाया जाने लगा यानी दो महीना पहले हमने मेंबरशिप शेयर फॉर्म उस जमा करता बंधु ने अपना भर दिया है एजेंट के माध्यम से उन्होंने कार्यालय में जाकर के साक्षात लाइव भरवाने की पूरी प्रक्रिया को फॉलो करे लेकिन अभी तक सीआरसीएस कह रहा है कि पूरा डाटा सीआरसीएस के पास नहीं दिया गया है कोई कॉपी कोई इमेज अपलोड नहीं इसी प्रकार से अन्य आवेदनों में भी जो डिफिशिएंसी आई थी उसके संदर्भ में पोर्टल पर यह बताया जा रहा है
कि जमा करता द्वारा प्रदान किया गया विवरण सोसाइटी डेटाबेस या सोसाइटी द्वारा प्रदान किया गया रिकॉर्ड जिसमें नाम सदस्यता संख्या खाता संख्या से मेल नहीं खाता है जमा राशि 31 मार्च 2023 के बाद परिपक्व हो गई है इस प्रकार का मैसेज दे रहा है रिसबमिशन पोर्टल पे जबकि दो महीना पहले ही सारे फॉर्म को भर दिया गया है 31 मार्च 2023 से पहले ही यह बंड की मैच्योरिटी राशि भी परिपक्व हो गई है लेकिन यह बताया जा रहा है कि 31 मार्च 2023 के बाद इस बंड की मैच्योरिटी पूरी हो रही है भला हो सीआरसीएस का रि सबमिशन पोर्टल हमारे पास जो बॉन्ड मौजूद था जमा करता बंधु के पास 2020 में ही इस बंड की मैच्योरिटी पूरी हो चुकी है लेकिन कह रहा है कि 31 मार्च 2023 के बाद परिपक्व हुई है
Sahara india refund portal apply
अब बताइए भला इसमें किसकी गलती है जो कि आज से पहले ऐसा नहीं दिख रहा था और जब मैंने कुछ और जो बंड की जब डिफिशिएंसी चेक करने गया हालांकि उसका स्क्रीनशॉट मेरे पास मौजूद नहीं है मैं तो दुर्भाग्यवश समझिए कि इस दो स्क्रीनशॉट को लेकर के रखा था क्योंकि मेरे पास पूरा वीडियो था उस वीडियो को मैंने अपलोड किया था जो भी जानकारियां थी सबको बिल्कुल लाइव दिखाया था लेकिन रिमूव कर दिया गए youtube1 मार्च 2023 के बाद राश पर को हो रही है सोसाइटी द्वारा जो मोहर लगाया गया है वो मोहर अधिकारिक नहीं है अब बताइए भला जिस बंड पे जो मोहर लगा है या तो सोसाइटी के द्वारा लगा है जो कि सहारा इंडिया कंपनी थी सहारा इंडिया का मोहर लगा हुआ है अब हम किस सोसाइटी में पैसा जमा किए हैं यह तो बहुत ऐसे निवेशक बंधुओ को यह पता भी नहीं है कि भाई उनको तो सबको पता है कि सहारा इंडिया में हमने पैसा निवेश किया था उनको तो सोसाइटी के बारे में तब पता चला जब उनका भुगतान नहीं मिल पाया और इसके बारे में उन्होंने छानबीन करने की कोशिश की तब पता चला तो कुछ इस प्रकार से विचित्र तरीके से डिफिशिएंसी इस वक्त बताया जाने लगा है
कारण बताया जाने लगा है रिसबमिशन पोर्टल और अब यह जो आप देख रहे हैं कि जमा कर्ता द्वारा प्रदान किया गया या फिर पूरा डिटेल जो अब तक सहारा द्वारा सीएसएस को नहीं प्रदान किया गया है तो आखिर क्यों यही मैं कि 2 महीना पहले जब हमने शेयर फॉर्म को भर दिया है एप्लीकेशन फॉर्म को भर के जमा कर दिया गया लाइव जाक के वहां पे फिर दो महीना हो चुके हैं क्यों सहारा अभी तक सीआरसीएस को नहीं सौंपी है इमेज सारे बॉन्डों में दिखाया जाना छह बंड था छह बंड में ही इसी प्रकार के कारण बताए गया किसी भी बंड को डाटा अपलोड करने की बात नहीं कही गई ताकि हम रिअप्लाई कर दें नेक्स्ट चौथा स्टेप खुल जाता फिर उसी फॉर्म को हम अपलोड करते एक बार फिर से री सबमिट कर देते ओके हो जाता लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा हुआ नहीं क्यों क्या वाकई में सहारा अभी तक डाटा सीआरसीएस को उपलब्ध नहीं करा पाई है जबकि इससे पहले बहुत पहले एक पत्र द्वारा यह बताया गया थे कि पूरा डाटा सहारा ने सीआरएस को सौंप दिया है फिर आज ऐसी परिस्थिति क्यों जिनका मेंबरशिप फॉर्म शेयर फॉर्म नहीं भरा गया है उनका तो चलो हम मान लेते हैं लेकिन जिनका भरा गया है दो महीना हो चुका है भाई कितना टाइम लगता है जब हमने पूरे प्रपत्र को कार्यालय के माध्यम से भर दिया गया है तो फिर आपको उस डाटा पे अपलोड करने में दिक्कत क्या आ रही है अगर अपलोड कर दिए हैं तो सीआरसीएस की यहां गलती है नहीं किए है तो सहारा की गलती है यानी दोनों मिलकर के खिचड़ी पका रहे हैं जिससे निवेशकों को भुगतान से दूर रखा जा सके निवेशक बंधु का साफ कहना था
Sahara india online defency
कि हमने बहुत उम्मीद लगा करके बहुत भागदौड़ करके एजेंट से संपर्क करके हम गए वहां पर और मेरा नाम लिस्ट में शामिल था और हमने शेयर फर्म को भरवाया लेकिन आज दो महीना हो गए भुगतान से बिल्कुल नदार अभी तक 00 भी नहीं आया है जबकि उस जमा करता बंधु का छोटी राशि भी थी बड़ी राशि भी थी इसीलिए मैं कह रहा हूं कि सहारा और सीआरसीएस दोनों मिलकर के निवेशकों को भुगतान से वंचित रखना चाहती है जो आज निवेशकों के साथ बिल अन्याय है अपनी जेब की गाड़ी कमाई एक बार फिर से रिअप्लाई करने के लिए और आवेदन करने के लिए 100 200 400 500 लगा कर के उन्होंने अप्लाई किया लेकिन भुगतान के नाम पर डिफिशिएंसी दिया गया और अब जो विचित्र प्रकार के डिफिशिएंसी देखने को मिल रही है जिससे निवेशकों का भुगतान कतई संभव नहीं हो सकता है और जिस प्रकार से यह धीमी प्रक्रिया आज तक महीनों महीनों हो गए अभी तक डाटा सीएसएस को उपलब्ध नहीं कराया गया इससे यह साफ होता है कि भुगतान देने की मंसा कतई नहीं दिख रही है लेकिन हम ऐसे ही आवाज उठाते रहेंगे इसकी पूरी पोल खोलते रहेंगे हां हमने सहारा रिफंड पोर्टल का समर्थन जरूर किया था आज भी मैं कह रहा हूं लेकिन शुरू में हमें यह नहीं पता था कि सहारा और सीरस दोनों मिलकर के इतनी जटिन प्रक्रिया अपनाए गी जिससे निवेशक को भुगतान मिलना संभव नहीं हो पाया लेकिन हम ऐसे ही आवाज उठाते रहेंगे कि सहारा और सीआरसी को दोनों मिलकर के आसान प्रक्रिया को करना ही पड़ेगा जिस प्रकार से आज निवेशकों की आवाज आज लगभग सभी पटल पर आप सभी को दिखाया जाने लगा है उस प्रकार से उम्मीद है कि आने वाले दिनों में आप सभी ऐसे ही सपोर्ट करते रहिए अपनी आवाज उठाते रहिए बहुत जल्द ही इसका कोई ना कोई निदान जरूर निकलेगा ऐसे ही जानकारी के साथ मिलेंगे नेक्स्ट आर्टिकल में तब तक के लिए जय हिंद
Sk gupta
0 Comments